जलालपुर, अंबेडकर नगर। एक तरफ डीएपी उर्वरक को लेकर जहां मारामारी मची है, वही केंद्र प्रभारियों द्वारा अपने चहेतो को खुल्लम-खुल्ला बांटा जा रहा है, जिससे किसानों मे आक्रोश व्याप्त हो गया। मौजूदा समय में किसानों को फसलों की बुवाई के लिए डीएपी की आवश्यकता है,लेकिन किसानों को डीएपी नहीं मिल पा रही है। सरकार द्वारा किसानों को डीएपी उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और भेजे भी जा रहे हैं, लेकिन केंद्र पर पहुंचते ही डीएपी को केंद्र प्रभारियों द्वारा अपने चहेतों को खुलेआम बैक डोर से बांटा जा रहा है, जिसको देखकर किसान एक दूसरे का मुंह ताकते हुए नजर आये। यहां केंद्र प्रभारी द्वारा अपने चहेतों को भरपूर मात्रा में डीएपी उपलब्ध कराई जा रही है वही अपरिचित किसानों को एक-एक बोरी के लिए तरसना पड़ रहा है, यह हाल है सहकारी संघ जलालपुर का। बीते शुक्रवार को 400 बोरी डीएपी खाद आई थी जिसको शनिवार को बांटा गया, खाद को लेने के लिए किसानों में भारी धक्का-मुक्की होती रही लेकिन कुछ ऐसे लोग थे जो केंद्र प्रभारी के चहेते थे और उन्हें बैक डोर से मनमाफिक खाद उपलब्ध करा दिया गया लेकिन अन्य लोग ताकते रहे। किसान अरुण कुमार, रंगीलाल, सोनू वर्मा समेत अन्य लोगों ने बताया कि हम लोग सुबह से लाइन लगाए हैं लेकिन हम लोगों को खाद नहीं मिल पा रहा है अन्य लोगों को मुंह मांगा खाद वितरित कर दिया जा रहा है। खाद वितरण में मनमानी को देखकर किसानों के हौसले पस्त हो गए। इस संबंध में जब केंद्र प्रभारी सती राम यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जितनी खाद आई थी सब वितरित कर दिया गया है। किसानों द्वारा लगाया जा रहा आरोप निराधार है।