◆ हंगामें व विवाद में दोनो पक्षों से वार्ता करके बीच का रास्ता निकालता दिखा प्रशासन
◆ विम व शटर लगाने को लेकर भी दुकानदारों व मकानमालिकों के बीच हो रहा है विवाद
अयोध्या, 11 दिसम्बर। रामपथ चौड़ीकरण को लेकर 15 दिसम्बर तक का समय प्रशासन द्वारा तोड़ने के लिए दुकानदारों व भवन स्वामियों को दिया गया है। जिसको लेकर कब्जेदार स्वयं दुकानें तोड़ रहे है। परन्तु यहां एक नया विवाद जन्म ले चुका है। अब कब्जे को लेकर कई जगह मकान मालिक व किरायेदार आमने सामने दिखाई दिये। जिसको लेकर कई जगह हंगामें की स्थिति भी दिखाई दी। पुलिस भी दोनो पक्षों से वार्ता करके बीच का रास्ता निकालने का प्रयास करती दिखी। परन्तु ज्यातर जगह विवाद गहराता दिखाई दिया।
कुछ मंदिर की दुकानों पर भवनों के आगे का हिस्सा टूटने के बाद दरवाजा लगाने को लेकर विवाद होता दिखाई दिया। वहीं एक महिला ने आरोप लगाया कि अकेली रहती है। चौड़ीकरण में भवन टूटने के बाद बचे कमरें में दरवाजा लगाकर रहना चाहती है। परन्तु पुलिस के कहने के बाद मकानमालिक ने उसे जबरदस्ती बाहर निकाल दिया। इसके बाद वह कोतवाली व चौकी का चक्कर लगा रही है परन्तु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू ने बताया कि विम व शटर लगवाने में मकान मालिक अड़चन डाल रहे है। मजदूर न मिलने से भी तोड़ने में लोगो को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 15 दिसम्बर की सीमा को कम से कम एक महीना बढ़ा देना चाहिए।