◆ मालिक पर कार्यवाही न होना बना चर्चा का विषय
अंबेडकर नगर। आखिरकार गोयल स्टेशनरी मार्ट के कर्मचारियों को बलि का बकरा बना दिया गया। स्टेशनरी के मालिक को क्लीन चिट देते हुए वहां कार्यरत कर्मियों को जॉच में दोषी पाया गया, जिनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। ऐसे में स्टेशनरी मार्ट के मालिक के विरुद्ध कोई कार्यवाही ना होना, चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है। गैरतलब है कि बीते 29 जनवरी को गोयल स्टेशनरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक युवक एक्सपायर हो चुके सेनिटाइज का रैपर बदल रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर डा निशा वर्मा क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी,शैलेन्द्र प्रताप सिंह औषधि निरीक्षक एवं जेपी यादव तहसीलदार अकबरपुर द्वारा गोयल स्टेशनरी मार्ट की जॉच की थी। जॉच में गोयल स्टेशनरी मार्ट के कर्मचारी प्रदीप कुमार साहू पुत्र स्व रामचेत, यमुना प्रसाद पुत्र हृदय राम एवं ज्योति पुत्री हरीशचन्द्र एवं एक अन्य कर्मचारी को दोषी पाया गया है। सवाल है कि मार्ट के मालिक को जॉच में क्यों क्लीन चिट दे दी गई। वहां कार्यरत कर्मचारीयों की इतनी बड़ी हिम्मत नहीं है की वे बिना मालिक की सह पर यह कार्य करेगें।