अंबेडकर नगर। चार माह पूर्व जानलेवा हमले में वांछित आरोपीयों की गिरफ्तारी न होने से पीड़ित काफी भयभीत है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक ने अभिलंब वांछित आरोपीयों की गिरफ्तारी की मांग की है।
बताते चलें कि सम्मनपुर थाना क्षेत्र के जहनियापुर मछली गांव निवासी चंद्र भूषण उपाध्याय पुत्र अशोक कुमार न्यायालय में एक अधिवक्ता के पास बतौर मुंशी का काम करते हैं। विगत 29 सितंबर को वे न्यायालय से अपने घर आ रहे थे तभी गांव निवासी रामधारी उपाध्याय व उनके बेटे पुनीत, गौरव,वैभव तथा एक अज्ञात ने फोन कर गांव के बगल स्थित सरकारी ट्यूबवेल पर कुछ बात करने के लिए बुलाया। जहां पर वे लोग पहले से ही घात लगाए बैठे थे। चंद्रभूषण के वहां पहुंचते ही सभी लोग लाठी-डंडे राड व धारदार हथियार से उनके ऊपर हमला बोल दिए और पीड़ित के हल्ला गुहार पर वे लोग चंद्रभूषण को मरणासन्न कर फरार हो गए। घायल के पिता अशोक उपाध्याय की तरफ से थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराई गई थी। जिसमें अपराध संख्या 213/ 22 धारा 147 323 504 व 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ था,और विवेचना के दौरान 308 की धारा सिर्फ रामधारी के ऊपर ही लगाकर चार्जशीट भेज दी गई थी। पीडत ने इस संबंध में सीओ सिटी अकबरपुर को प्रार्थना पत्र देकर पुनः विवेचना का अनुरोध किया था और सभी लोगों के ऊपर 308 की धारा लगाने की मांग की थी। पुनः विवेचना में धारा 147 की घटोत्तरी करते हुए धारा 325 व 308 की बढ़ोतरी तो की गई है, लेकिन रामधारी को छोड़कर किसी के ऊपर 308 की धारा नहीं लगाई गई है। जबकि मारपीट में सभी लोग साथ में ही थे और मारपीट कर रहे थे। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण नामजद अभियुक्त खुलेआम घूम रहे हैं और बराबर जान से मार देने की धमकी दे रहे हैं। उक्त लोगों द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों से चंद्रभूषण व उसका परिवार काफी दहशतज़दा है।