अंबेडकर नगर। बी.एन.के.बी. पीजी कॉलेज, अकबरपुर, की प्राचार्य प्रो.शुचिता पांडेय नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) मूल्यांकन समिति की कार्यकारी सदस्य बनाया गया है। नैक एक संस्थान है जो भारत के उच्च शिक्षा, अन्य शिक्षा संस्थानों का आकलन तथा प्रत्यायन का कार्य करती है। नैक का मुख्यालय बेंगलुरू में स्थित है।
मूल्यांकन एवं प्रत्यायन को मूलतः किसी भी शैक्षिक संस्था की ‘गुणवत्ता की स्थिति’ को समझने के लिए प्रयोग किया जाता है। वास्तव में यह मूल्यांकन यह निर्धारित करता है कि कोई भी शैक्षिक संस्था या विश्वविद्यालय प्रमाणन एजेंसी के द्वारा निर्धारित गुणवत्ता के मानकों को किस स्तर तक पूरा कर रहा है।
नैक यूजीसी का एक हिस्सा है. इसका काम देशभर के विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों, निजी संस्थानों में गुणवत्ता को परखना और उनको रेटिंग देना है. यूजीसी की नई गाइडलाइन के तहत सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिएशन काउंसिल से मान्यता प्राप्त करना जरूरी है. अगर किसी संस्थान ने इसकी मान्यता नहीं ली है तो उसे किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
प्राचार्य प्रो. शुचिता पांडेय के नैक मूल्यांकन समिति की कार्यकारी सदस्य बनने पर प्रबन्ध समिति सचिव,प्रो. जयमंगल पांडेय, मुख्य नियन्ता मनोज श्रीवास्तव, आई. क्यू. ए. सी. समन्यवक डॉ. शशांक मिश्र, सांस्कृतिक सचिव वागीश शुक्ल, डॉ. कमल त्रिपाठी, एन सी सी, ए. एन. ओ. लेफ्टिनेंट विवेक तिवारी समेत सभी शिक्षकों और कर्मचारियों ने खुशी व्यक्त की है।