जलालपुर,अंबेडकर नगर। आखिरकार 500 रुपये लेकर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र देने के मामले में स्वास्थ्य महकमा मामले को रफा-दफा करने में जुट गया है। बताते चलें कि कोतवाली क्षेत्र के प्रवेश यादव नामक एक युवक नगपुर अस्पताल पहुंचकर विदेश जाने के लिए वैक्सीन लगवाने गया था और प्रमाण पत्र की मांग किया वहां मौजूद प्राइवेट कर्मी बृजेश कुमार ने बताया कि वैक्सीन तो नहीं लग पाएगी मगर 500 रुपये देने पर वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र मिल जाएगा प्रवेश यादव द्वारा खाते मे 500 ट्रांसफर कर दिया गया और पल भर मे ही व्हाट्सएप पर प्रमाण पत्र भेज दिया गया। जब यह मामला सुर्खियों में आई तो पहले तो अस्पताल नगपुर अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर भास्कर द्वारा उक्त कर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की बात की गई और जिलाधिकारी व सीएमओ को लिख दिया गया कि यह हमारे यहां कर्मचारी ही नहीं है ऐसे में कर्मी के खिलाफ न तो थाने मे तहरीर दी गयी और न ही कोई कार्यवाही हुई। इस मामले को लेकर मामला और भी गर्मता जा रहा है जबकि यह कई वर्षों से अस्पताल मे कार्य कर रहा है। जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह कर्मचारी हमारे यहां है ही नहीं इसलिए कोई मामला बनता ही नहीं ।
वही इस मामले को लेकर भाजपा के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न सोनी व अश्विनी कुमार ने कहा कि आखिरकार स्वास्थ्य महकमा कार्रवाई करने के बजाए इस मामले को रफा-दफा करने में क्यों जुटा है, इससे साफ स्पष्ट होता है कि इस मामले में अस्पताल के और भी कर्मचारी शामिल हो सकते हैं जिससे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर इस मामले पर कार्रवाई कर जांच की जाएगी तो तमाम अस्पताल कर्मी इस मामले में संलिप्त पाए जाएंगे।